होली के दिन बॉलीवुड में शोक: दिग्गज अभिनेता देब मुखर्जी का 83 वर्ष की उम्र में निधन!

14 मार्च 2025 को, जब पूरा देश होली के रंगों में सराबोर था, बॉलीवुड ने अपने एक दिग्गज अभिनेता को खो दिया। अभिनेता देब मुखर्जी का 83 वर्ष की उम्र में निधन हो गया, जिससे फिल्म उद्योग में शोक की लहर दौड़ गई है।

जीवन परिचय

देब मुखर्जी का जन्म 22 नवंबर 1941 को कानपुर में हुआ था। वह प्रसिद्ध मुखर्जी-सामर्थ परिवार से ताल्लुक रखते थे, जिसने हिंदी सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके पिता सशाधर मुखर्जी फिल्मालय स्टूडियो के संस्थापक थे और उन्होंने ‘लव इन शिमला’ (1960) जैसी हिट फिल्मों का निर्माण किया था।

देब मुखर्जी के भाई जॉय मुखर्जी और शोमू मुखर्जी भी फिल्म उद्योग से जुड़े थे। शोमू मुखर्जी ने अभिनेत्री तनुजा से विवाह किया था, जिससे देब मुखर्जी अभिनेत्री काजोल और तनीषा मुखर्जी के चाचा थे। उनके बेटे अयान मुखर्जी वर्तमान समय के सफल फिल्म निर्देशकों में से एक हैं, जिन्होंने ‘वेक अप सिड’, ‘ये जवानी है दीवानी’ और ‘ब्रह्मास्त्र: पार्ट वन – शिवा’ जैसी सुपरहिट फिल्मों का निर्देशन किया है।

फिल्मी सफर

देब मुखर्जी ने अपने करियर की शुरुआत 1960 के दशक में की थी। उन्होंने ‘तुमसा नहीं देखा’ (1961), ‘एक बार मुस्कुरा दो’ (1972) और ‘जिंदगी’ (1976) जैसी फिल्मों में काम किया। उनकी अभिनय शैली और सादगी ने उन्हें दर्शकों के बीच लोकप्रिय बनाया। हालांकि, उन्होंने मुख्यधारा की फिल्मों में ज्यादा काम नहीं किया, लेकिन उनकी भूमिकाएँ हमेशा यादगार रहीं।

निधन का कारण

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देब मुखर्जी उम्र संबंधी बीमारियों से ग्रस्त थे और उनका इलाज चल रहा था। 14 मार्च 2025 को सुबह 9:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

अंतिम संस्कार

उनका अंतिम संस्कार 14 मार्च की शाम 4 बजे मुंबई के जुहू स्थित पवन हंस श्मशान घाट पर किया गया। इस मौके पर फिल्म उद्योग के कई प्रमुख हस्तियाँ उपस्थित थीं, जिनमें काजोल, अजय देवगन, रानी मुखर्जी, तनुजा, तनिषा, आदित्य चोपड़ा, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, ऋतिक रोशन, सिद्धार्थ मल्होत्रा, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह शामिल थे।

परिवार में शोक

देब मुखर्जी के निधन से उनका परिवार गहरे शोक में है। उनकी बेटी सुनिता गोवारिकर, जो निर्देशक आशुतोष गोवारिकर की पत्नी हैं, ने अपने पिता के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। अयान मुखर्जी ने भी अपने पिता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके पिता उनके लिए प्रेरणा स्रोत थे।

फिल्म उद्योग में शोक की लहर

देब मुखर्जी के निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर है। कई फिल्मी हस्तियों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। अभिनेत्री काजोल ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, “आप हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे। आपकी कमी हमेशा खलेगी।” निर्देशक करण जौहर ने ट्वीट किया, “देब दा के निधन की खबर सुनकर दुखी हूँ। उन्होंने हमें सिखाया कि सादगी में भी महानता होती है।”

मुखर्जी-सामर्थ परिवार का योगदान

मुखर्जी-सामर्थ परिवार ने हिंदी सिनेमा को कई प्रतिभाशाली कलाकार दिए हैं। सशाधर मुखर्जी ने फिल्मालय स्टूडियो की स्थापना की, जो 1950 और 1960 के दशक में कई हिट फिल्मों का निर्माण स्थल रहा। अभिनेत्री तनुजा, काजोल, रानी मुखर्जी और निर्देशक अयान मुखर्जी इस परिवार के प्रमुख सदस्य हैं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

देब मुखर्जी की विरासत

देब मुखर्जी का फिल्मी सफर भले ही मुख्यधारा में ज्यादा लंबा न रहा हो, लेकिन उनकी सादगी, अभिनय कौशल और परिवार के प्रति समर्पण ने उन्हें एक सम्मानित व्यक्तित्व बनाया। उनकी विरासत उनके बेटे अयान मुखर्जी और परिवार के अन्य सदस्यों के माध्यम से जीवित रहेगी, जो हिंदी सिनेमा में अपना योगदान जारी रखे हुए हैं।

निष्कर्ष

अभिनेता देब मुखर्जी का 83 वर्ष की उम्र में निधन होना हिंदी सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति है। उनकी सादगी, अभिनय कौशल और परिवार के प्रति समर्पण हमेशा याद किया जाएगा। उनका जीवन और करियर आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेगा।

उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए, हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

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